$4$ सेमी त्रिज्या वाले गोले को $6$ सेमी त्रिज्या वाले खोखले गोले के भीतर लटकाया गया है। अन्दर वाले गोले को $3\, e.s.u.$ विभव तक आवेशित किया गया है तथा बाहर वाला गोला पृथ्वी से जुड़ा है। अन्दर वाले गोले पर आवेश.......$e.s.u.$ है
$54$
$0.25$
$30$
$36$
किसी चालक गोले के अन्दर विद्युत विभव
चाँदी (परमाणु संख्या = $47$) के नाभिक की त्रिज्या $3.4 \times {10^{ - 14}}\,m$ है। नाभिक की सतह पर विद्युत विभव होगा $(e = 1.6 \times {10^{ - 19}}\,C)$
एक टेबल-टेनिस गेंद पर चालक पदार्थ का लेप चढ़ाकर एक धागे की सहायता से दो धात्विक प्लेटों के बीच लटकाया गया है। एक प्लेट भू-सम्पर्कित है। जब दूसरी प्लेट को उच्च वोल्टेज जनरेटर से जोड़ा जाता है तो गेंद
आवेश $Q$ वाले एक ठोस चालकीय गोले को एक अनावेशित चालकीय खोखले गोलीय कवच से घेरा गया है। ठोस गोले के पृष्ठ और खोखले कवच के बाह्म पृष्ठ के बीच विभवान्तर $V$ है। यदि कवच को अब एक आवेश $-4 Q$ दिया जाता है, तब उन्ही दोनों पृष्ठों के बीच नया विभवान्तर ........$V$ होगा।
एक आवेशित तार से बनाई गयी चाप की त्रिज्या $r$ है, आवेश घनत्व $\lambda$ है एवं चाप के द्वारा केन्द्र पर बनाया गया कोण $\frac{\pi }{3}$ है। केन्द्र पर विभव होगा