एक रेडियोएक्टिव नाभिक $_{92}{X^{235}}$ क्षय होकर $_{91}{Y^{231}}$ बनती है। कौनसे कण उत्सर्जित होंगे
एक अल्फा और एक इलेक्ट्रॉन
दो ड्यूट्रॉन और एक पॉजिट्रॉन
एक अल्फा और एक प्रोटॉन
एक प्रोटॉन और चार न्यूट्रॉन
$\beta$- ऋणात्मक क्षय में
$Z =92$ वाला एक नाभिक क्रमश: $:\,\alpha ,\,\alpha ,\,{\beta ^ - },{\beta ^ - },\alpha ,\,\alpha ,\alpha ,\,\alpha ,{\beta ^ - },{\beta ^ - },\alpha ,{\beta ^ - },{\beta ^ - },\alpha $ कण उत्सर्जित करता है। परिणामी नाभिक के लिए $Z$ होगा
एक नाभिक ${ }_Z^A X$ का द्रव्यमान $(A-Z)$ न्यूट्रॉनों एवं $Z$ प्रॉटोनों के द्रव्यमानों के योग से कम होता है। द्रव्यमानों की कमी के समतुल्य ऊर्जा को बंधन ऊर्जा कहते हैं। एक द्रव्यमान $M$ कर भारी नाभिक $m_1$ तथा $m_2$ द्रव्यमानों के दो हल्के नाभिकों में विघटित हो सकता ह है, यदि $\left(m_1+m_2\right)M^{\prime}$ कुछ परमाणुओं के द्रव्यमान नीचे टेबिल में दिये गये है :
${ }_1^1 H$ | $1.007825 u$ | ${ }_2^1 H$ | $2.014102 u$ | ${ }_3^1 H$ | $3.016050 u$ | ${ }_2^4 He$ | $4.002603 u$ |
${ }_3^6 Li$ | $6.015123 u$ | ${ }_7^3 Li$ | $7.016004 u$ | ${ }_70^30 Zn$ | $69.925325 u$ | ${ }_{34}^{82} Se$ | $81.916709 u$ |
${ }_{64}^{152} Gd$ | $151.919803 u$ | ${ }_{206}^{82} Gd$ | $205.974455 u$ | ${ }_{209}^{83} Bi$ | $208.980388 u$ | ${ }_{84}^{210} Po$ | $209.982876 u$ |
$1.$ सही प्रकथन है|
$(A)$ नाभिक ${ }_3^6 Li$ एक ऐल्फा कण उत्सर्जित कर सकता है।
$(B)$ नाभिक् ${ }_{84}^{210} P _0$ एक प्रोटॉन उत्सर्जित कर सकता है।
$(C)$ डयूटरॉन और ऐल्फा कण पूर्ण संलयन करा सकते है।
$(D)$ नाभिक ${ }_{30}^{70} Zn$ एवं नाभिक ${ }_{34}^{82} Se$ पूर्ण संलयन कर सकते है।
$2.$ जब विरामावस्था में नाभिक ${ }_{84}^{210} P _0$ ऐल्फा क्षय करता है, तब ऐल्फा कण की गतिज ऊर्जा ( $keV$ में) होती है।
$(A)$ $5319$ $(B)$ $5422$ $(C)$ $5707$ $(D)$ $5818$
इस प्रश्न के उतर दीजिये $1$ ओर $2.$
निम्न अभिक्रिया में $‘X’$ है $_7{N^{14}}{ + _2}H{e^4}\, \to \,X{ + _1}{H^1}$
नाभिकीय अभिक्रिया$_{85}{X^{297}} \to Y + 4\alpha ,\;$ में $Y$ है