मटर के एक शुद्ध पौधे को जो लक्षण $A$ के लिये प्रभावी फीनोटाइप तथा लक्षण $B$ के लिये अप्रभावी फीनोटाइप है एक अन्य पौधे से जो लक्षण $A$ के लिये अप्रभावी फीनोटाइप तथा लक्षण $B$ के लिये प्रभावी फीनोटाइप है के साथ क्रॉस करवा कर उत्पन्न संतति में से एक को दोनों लक्षणों $A$ तथा $B$ के लिये अप्रभावी होमोजाइगस से क्रॉस कराने पर मिले परिणाम निम्न हैं
$22, A$ के लिये प्रभावी फीनोटाइप तथा $B$ के लिये अप्रभावी थे
$4, A$ तथा $B$ दोनों के लिये प्रभावी फीनोटाइप थे
$4, A$ तथा $B$ दोनों के लिये अप्रभावी फीनोटाइप थे
$4, A$ के लिये अप्रभावी फीनोटाइप तथा $B$ के लिये प्रभावी थे
इन परिणामों से पता चलता है कि
जीन $A$ तथा $B$ संलग्न हैं
जीन $A$ तथा $B$ का स्वतंत्र पृथक्करण
मेण्डल की द्विसंकर वंशानुगति (Dihybrid inheritance)
बहुजीनी वंशानुगति (Polygenic inheritance)
ई. कोलाई $DNA$ के रेप्लीकेषन की विधि होती है
सभी मनुष्यों में सोमेटिक क्रोमोसोम पूरक (Complement) है
$RNA$ की उत्प्रेरक प्रकृति की खोज की
किसी समष्टि में जीन्स का कुल योग कहलाता है
द्विदिशीय $DNA$ रेप्लीकेशन की प्रक्रिया सर्वप्रथम किसने प्रदर्शित की