वर्गाकार प्लेटों वाले एक समान्तर प्लेट संधारित्र को चित्रानुसार चार परावैधुतों, जिनके परावैधुतांक $K _{1}, K _{2}, K _{3}$ तथा $K _{4}$ है, से भर दिया जाता है तो प्रभावी परावैधुतांक $K$ का मान होगा?
$K = \frac{{({K_1} + {K_3})({K_2} + {K_4})}}{{{K_1} + {K_2} + {K_3} + {K_4}}}$
$K = \frac{{({K_1} + {K_2})({K_3} + {K_4})}}{{2({K_1} + {K_2} + {K_3} + {K_4})}}$
$K = \frac{{({K_1} + {K_2})({K_3} + {K_4})}}{{{K_1} + {K_2} + {K_3} + {K_4}}}$
$K = \frac{{({K_1} + {K_4})({K_2} + {K_3})}}{{2({K_1} + {K_2} + {K_3} + {K_4})}}$
एक संधारित्र को बैटरी से जुड़ा रखकर उसकी प्लेटों के बीच एक परावैद्युत पट्टिका रखी जाती है। इस प्रक्रिया में
दो संधारित्र जिनकी धारिताएं $2 C$ और $C$ है को पार्श्व में जोड़कर, $V$ वोल्टेज तक आवेशित किया गया है। बैटरी को हटाकर, $C$ धारिता वाले संधारित्र को, $K$ परावैधुतांक वाले माध्यम से भर दिया गया है। संधारित्रों के सिरों पर विभवांतर का मान होगा।
निम्न में से कौन-सा विकल्प सही है? एक समान्तर-पट्ट वायु संधारित्र एक बैटरी से जुड़ा है, इससे सम्बन्धित राशियाँ आवेश, विभव, वैद्युत क्षेत्र तथा ऊर्जा ${Q_o}$, ${V_o}$, ${E_o}$ तथा ${E_o}$ हैं, प्लेटों के बीच पूरे स्थान को भरने के लिये एक परावैद्युत पट्टी खिसकाई जाती है, जबकि बैटरी अब भी जुड़ी है। अब संगत राशियाँ $Q,\;V,\;E$ तथा $U$ पूर्व राशियों से सम्बन्धित होंगी
एक वायु संधारित्र की धारिता $C$ है। यदि प्लेटों के बीच की दूरी को दोगुना करके इसे एक द्रव में डुबो दिया जाये तो धारिता दो गुनी हो जाती है। द्रव का परावैद्युतांक होगा
एक समान्तर प्लेट धारित्र में प्लेट का क्षेत्रफल $A$ तथा प्लेटों के बीच अन्तराल $d$ है? $K _{1}$ तथा $K _{2}$ परावैधुतांक वाले समान क्षेत्रफल $A / 2$ तथा मोटाई $d / 2$ के दो परावैधुत गुटके प्लेटों के मध्य स्थान में रखे जाते है। धारित्र की धारिता होगी?