जब कैथोड किरणें एक धातु की प्लेट से टकराती हैं, तो वह गर्म हो जाती है
कैथोड किरणों की गतिज ऊर्जा के कारण
कैथोड किरणों की स्थितिज ऊर्जा के कारण
कैथोड किरणों के रेखीय वेग के कारण
कैथोड किरणों के कोणीय वेग के कारण
विसर्जन नलिका में विद्युत धारा का चालन किस कारण से होता है
कैथोड किरणें एक समरूप चुम्बकीय क्षेत्र में, क्षेत्र की दिशा के लम्बवत् प्रवेश करती हैं। चुम्बकीय क्षेत्र में उनका मार्ग होगा
थॉमसन स्पेक्ट्रोग्राफ के प्रयोग से प्राप्त $Y-X$ वक्र पर चार धनावेशित आयन $P,Q,R$ एवं $S$ स्थित हैं
एक संकीर्ण इलेक्ट्रॉन पुँज वैद्युत क्षेत्र $E = 3 \times {10^4}volt/m$ और उसी स्थान पर आरोपित चुम्बकीय क्षेत्र $B = 2 \times {10^{ - 3}}Weber/{m^2}$ से अविचलित गुजर जाता है। इलेक्ट्रॉन गति, वैद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र तीनों परस्पर लम्बवत् हैं। इलेक्ट्रॉनों की चाल का मान है
कैथोड किरण की कण प्रकृति सिद्ध होने का कारण है