एक चुम्बक को ऐंठन रहित धागे के द्वारा चुम्बकीय याम्योत्तर में लटकाया गया है। चुम्बक को याम्योत्तर से $30°$ विक्षेपित करने के लिये धागे को ऊपर से $180°$ कोण से घुमाया जाता है। यदि इस चुम्बक के स्थान पर किसी अन्य चुम्बक को चुम्बकीय याम्योत्तर से $30°$ कोण से विक्षेपित करने के लिये धागे को ऊपर से $270°$ कोण से घुमाया जाये तो दोनों चुम्बकों के चुम्बकीय आघूर्णों का अनुपात होगा

  • A

    $1:5$

  • B

    $1:8$

  • C

    $5:8$

  • D

    $8:5$

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एक स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज तथा ऊध्र्वाधर तीव्रतायें क्रमश: $0.30 $ गॉस एवं $0.173 $ गॉस हैं। इस स्थान पर नमन कोण का मान......$^o$ है

यदि, एक दूसरे से लम्बवत्, दो ऊधर्वाधर समतलों में प्रेक्षित आभासी नमन (नति) कोण $\theta_{1}$ तथा $\theta_{2}$ हैं तो, वास्तविक नमन कोण $\theta$ का मान किस समीकरण से प्राप्त होगा?

  • [NEET 2017]

उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित एक शांत झील में तैरते हुये एक कॉर्क पर एक चुम्बकीय सुई रखी है। क्या कॉर्क और चुम्बकीय सुई एकसाथ झील के उत्तर की ओर गति करेगा

नमन कोण है

चुम्बकीय याम्योत्तर एवं भौगोलिक याम्योत्तर के बीच के कोण को कहते हैं