एक पुष्प तब एक्टीनोमोर्फिक होता है जब वह विभाजित होता है
दो अर्धांशों में जिसमें सेपल (बाह्यदल) और पेटल (दल) की संख्या समान होती है
किसी भी तल में वर्टीकल विभाजन द्वारा दो समान अर्धांशों में
केवल एक ही तल में वर्टीकल (उदग्र) विभाजन द्वारा दो समान अर्धांशों में
एक अनुप्रस्थ द्वारा दो अर्धांश जिसमें समान भाग पाये जाते हैं
जब पुंकेसरो में परागकण नहीं पाये जाते हैं, तब वह कहलाते हैं
निम्नलिखित में से कौन सा पादप में वैक्जीलरी पुष्पदल विन्यास और द्विसंधी पुंकेसर होते हैं?
निम्नलिखित में से कौन सा त्रिज्यासममित (एक्टीनोमोर्फिक) पुष्प का एक उदाहरण है ?
पुष्पी पादपों में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के बीजांडासन्यासों का वर्णन करो।
निम्नलिखित की परिभाषा लिखो।
दललग्न पुंकेसर