तार की एक वृत्ताकार कुंडली में $100$ फेरे हैं, प्रत्येक की त्रिज्या $8.0 \,cm$ है और इनमें $0.40 \,A$ विध्यूत धारा प्रवाहित हो रही है। कुंडली के केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण क्या है?
$1.56 \times 10^{-3}\; T$
$3.14 \times 10^{-4}\; T$
$6.28 \times 10^{-4}\; T$
$9.42 \times 10^{-4}\; T$
दो संकेन्द्री कुण्डलियाँ, जिनमें प्रत्येक की त्रिज्या $2\pi \,{\rm{ }}cm$ है, एक-दूसरे के लम्बवत् रखी हैं। इनमें से एक कुण्डली में $3$ ऐम्पियर तथा दूसरी में $4$ ऐम्पियर धारा प्रवाहित हो रही है। इन कुण्डलियों के केन्द्र पर बेवर प्रति मीटर$^2$ में चुम्बकीय प्रेरण होगा $({\mu _0} = 4\pi \times {10^{ - 7}}\,Wb/A.m)$
दो कुण्डली $1$ व $2$ समान तार से बनी है। पहली की त्रिज्या दूसरी से दोगुनी है। कितना विभव दोनों पर लगाया जाए कि दोनों के केन्द्रों पर चुम्बकीय क्षेत्र तीव्रता समान हो?
दो एकसमान कुण्डलियाँ एक दूसरे के लम्बवत् इस प्रकार रखी गई हैं कि इनके केन्द्र संपाती हैं। केन्द्र पर एक कुण्डली के कारण चुम्बकीय क्षेत्र तथा दोनों कुण्डलियों के कारण परिणामी चुम्बकीय क्षेत्र का अनुपात होगा यदि दोनों में समान धारा बह रही हो
एक अनंत लम्बाई के सीधे धारावाही चालक को चित्र में दिखाये अनुसार मोड़ा जाता है। इस लूप की त्रिज्या $r$ है तथा इसमें से $i$ धारा बह रही है। तब इसके केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता होगी
$5 \,A$ धारा के एक सीधे तार के $6 \,cm$ लम्बे खण्ड $AB$ के कारण, (चित्रानुसार), बिन्दु $P$ पर चुम्बकीय क्षेत्र ज्ञात कीजिये। $\left(\mu_{0}=4 \pi \times 10^{-7}\, N - A ^{-2}\right)$