एक वृत्तीय कुण्डली ‘$A$’ की त्रिज्या $R$ तथा इसमें प्रवाहित धारा $I$ है। एक अन्य वृत्तीय कुण्डली ‘$B$’ जिसकी त्रिज्या $2R$ है एवं इसमे $2I$ धारा बह रही है तो इन कुण्डलियों के केन्द्र पर तीव्रताओं का अनुपात (${B_A}$/${B_B}$) होगा

  • [AIEEE 2002]
  • A

    $4:1$

  • B

    $2:1$

  • C

    $3:1$

  • D

    $1:1$

Similar Questions

एक $q$ आवेश, $r$ मीटर की त्रिज्या के वृत्ताकार पथ पर $n$ चक्कर प्रति सेकण्ड की चाल से गति करता है, तो वृत्त के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र होगा

एक धारावाही लूप के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता होगी

एक धारावाही चालक के एक धारा अल्पांश के कारण किसी बिन्दु पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र के अधिकतम होने के लिए, अल्पांश एवं अल्पांश को बिन्दु से मिलाने वाली रेखा के बीच कोण .....$^o$ होना चाहिए

एकसमान तार को मोड़कर $R$ त्रिज्या का एक वृत्त बनाया गया है। धारा $I$ बिन्दु $A$ पर प्रवेश करती है और बिन्दु $C$ से निकल जाती है, जैसा कि चित्र में दिखाया गया है। यदि लम्बाई $ ABC$ लम्बाई $ADC$ की आधी है, तो केन्द्र $O$ पर चुम्बकीय क्षेत्र का मान होगा

नीचे दिये गए चित्र में एक चौथाई वृत्ताकर कुंडली को जोड़ा गया है जिसकी आंतरिक और बाहरी त्रिज्या क्रमशः $r$ और $R$ है। इस व्यवस्था का संयुक्त केंद्र $C$ है और कुंडली में $I$ धारा प्रवाहित होती है। यदि निर्वात की पारगम्यता (permeability of vacuum) $\mu_0$ है तो $C$ पर चुम्बकीय क्षेत्र होगा

  • [KVPY 2013]