जब कैथोड को गर्म किया जाता है तो प्रति सैकण्ड $1.8 \times {10^{14}}$ इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होते हैं। जब ऐनोड पर $ 400 \;V$ का विभवान्तर आरोपित किया जाता है तो सभी उत्सर्जित इलेक्ट्रॉन ऐनोड पर पहुँच जाते हैं, अधिकतम ऐनोड धारा का मान ............. $\mu A$ होगा (यदि इलेक्ट्रॉन पर आवेश $1.6 \times {10^{ - 19}}\;C$ हो)
$2.7$
$29$
$72$
$2.9$
जब कैथोड किरणें (उच्च विभव $10\, kV$ पर) बहुत अधिक परमाणु-भार वाले ऐनोड से टकराती हैं तो प्राप्त होती हैं
कैथोड किरणें एवं कैनाल किरणें एक विसर्जन नलिका में उत्पन्न होती हैं, एक ही दिशा में विक्षेपित होंगी यदि
विसर्जन नलिका में विद्युत धारा का चालन किस कारण से होता है
एक संकीर्ण इलेक्ट्रॉन पुँज वैद्युत क्षेत्र $E = 3 \times {10^4}volt/m$ और उसी स्थान पर आरोपित चुम्बकीय क्षेत्र $B = 2 \times {10^{ - 3}}Weber/{m^2}$ से अविचलित गुजर जाता है। इलेक्ट्रॉन गति, वैद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र तीनों परस्पर लम्बवत् हैं। इलेक्ट्रॉनों की चाल का मान है
किसी निश्चित पदार्थ से टकराने पर इलेक्ट्रॉनों द्वारा प्रतिदीप्त उत्पन्न करने के लिये निम्न में से कौनसा उपकरण उपयुक्त है