$900\  \mu \mathrm{F}$ धारिता वाले एक संधारित्र को $100 \mathrm{~V}$ वाली बैटरी के द्वारा आवेशित किया जाता है। अब इसे बैटरी से हटाया जाता है, एवं किसी दूसरे एकसमान अनावेशित संधारित्र के साथ इस प्रकार जोड़ा जाता है कि अनावेशित संधारित्र की एक पट्टी, आवेशित संधारित्र की धन पट्टी से एवं दूसरी पट्टी आवेशित संधारित्र की ऋण पट्टी से जुड़ती है। इस प्रक्रिया में हुई ऊर्जा क्षय का मान $\mathrm{x} \times 10^{-2} \mathrm{~J}$ है। $\mathrm{x}$ का मान होगा

  • [JEE MAIN 2023]
  • A

    $224$

  • B

    $223$

  • C

    $222$

  • D

    $225$

Similar Questions

$\mathrm{C}$ धारिता तथा $\mathrm{V}$ विभव के एक संधारित्र की ऊर्जा $\mathrm{E}$ है। इसे $2 \mathrm{C}$ धारिता तथा $2 \mathrm{~V}$ विभव के दूसरे संधारित्र से जोड़ा जाता है। तब ऊर्जा ह्वास $\frac{x}{3} \mathrm{E}$ हैं, जहाँ $x$ का मान $\qquad$ है।

  • [JEE MAIN 2024]

एक संधारित्र की क्षमता $4 \times {10^{ - 6}}$ फैराड है और इसका विभव $100$ वोल्ट है। इसे पूर्ण अनावेशित करने पर व्यय ऊर्जा ........जूल होगी

  • [AIIMS 1980]

एक आवेशित संधारित्र की प्लेटों की बीच की दूरी बढ़ाने पर, संचित ऊर्जा

समान आकार के दो संधारित्रों की धारिता एक समान $\mathrm{C}$ है। उनमें से एक को $\mathrm{V}$ विभव तक तथा दूसरे को $2 \mathrm{~V}$ विभव तक आवेशित किया जाता है। दोनों के ऋणात्मक सिरों को एक साथ जोड़ दिया जाता है। जब दोनों धनात्मक सिरे जोड़ दिये जायें तो संयोजित निकाय की ऊर्जा में हानि है :

  • [JEE MAIN 2024]

$200\, V$ संभरण ( सप्लाई) से एक $600\, pF$ के संधारित्र को आवेशित किया जाता है। फिर इसको संभरण से वियोजित कर देते हैं तथा एक अन्य $600 \,pF$ वाले अनावेशित संधारित्र से जोड़ देते हैं। इस प्रक्रिया में कितनी ऊर्जा का हास होता है?