$3$ समान बल्बों को श्रेणी क्रम में जोड़ा जाता है, तब इनसे होने वाली शक्ति क्षय का मान $P$ है। यदि इन बल्बों को समांतर क्रम में जोड़ दिया जाए, तब शक्ति क्षय का मान होगा
$\frac{P}{3}$
$3P$
$9P$
$\frac{P}{9}$
$2$ $\Omega$ तथा $4$ $\Omega$ के दो प्रतिरोध तार समान वोल्टेज से जुड़े हैं, प्रतिरोधों में उत्पन्न ऊष्मा का अनुपात है
इस चित्र में दिखाये गये परिपथ में शक्ति के पूर्ण क्षय का मान (वाट में) होगा-
$60$ वाट एवं $100$ वाट के विद्युत बल्बों में तंतुओं की लम्बाइयाँ बराबर हैं, तब
एकसमान (uniform) धातु के $L$ लम्बाई के तार को दो विन्यासों (Configurations) में मढ़ा गया है| विन्यास $1$ (त्रिभुज) में यह एक समबाहु त्रिभुज है, जिसके $A$ और $B$ कोनों पर वोल्टेज लगाया जाता है | विन्यास $2$ (वृत्त) में तार वृत्ताकार रूप में है, जिसके ब्यासतः दो विपरीत बिन्दुओ $P$ तथा $Q$ पर वोल्टेज $V$ लगाया जाता है | विन्यास $1$ तथा $2$ में होने वाले शक्ति क्षय (power dissipation) का अनुपात क्या होगा?
$2\, kW$ शक्ति का एक वॉयलर प्रतिदिन $1$ घंटा उपयोग में लाया जाता है, तो वॉयलर के द्वारा $30$ दिनों में व्यय ऊर्जा ........... इकाई होगी