जब किसी पौधे के एक पुष्प के परागकण द्वारा उसी पौधे का दूसरा पुष्प परागित किया जाता है तो इस प्रक्रिया को कहते हैं
डाइकोगैमी
हरकोगैमी
जीटोनोगैमी
ऑटोगैमी
निम्नलिखित में से कौन-सा पादप शलभ की एक जाति के साथ ऐसा निकट सम्बन्ध दर्शाता है, जिसमें कोई भी एक-दूसरे के बिना अपना जीवन चक्र पूर्ण नहीं कर सकता ?
उन्मील परागणी पुष्पों से क्या तात्पर्य है ? क्या अनुन्मीलिय पुष्पों में परपरागण संपन्न होता है ? अपने उत्तर की सतर्क व्याख्या करें ?
अन्तरा-जातीय अयोग्यता को किसके द्वारा कम किया जा सकता है