एक पात्र में $2$ लीटर जल को $1\, kW$ की कुण्डली द्वारा $27\,^oC$ ताप पर गर्म किया जाता है। पात्र का ढक्कन खुला हुआ है तथा वातावरण में $160$ जूल/सेकण्ड की दर से ऊष्मा क्षय हो रही है। जल को $27\,^oC$ तक गर्म होने में लगा समय है $[$ दिया है जल की विशिष्ट ऊष्मा $=$ $4.2\, kJ/kg$ $]$
$8 \,\min \,20\, s$
$6\, \min\, 2\, s$
$7\, \min$
$14\, \min$
एक बैटरी को $15\, V$ विभव पर $8$ घंटे तक आवेशित करने में $10\, A$ धारा प्रवाहित होती है। इस आवेशित बैटरी को परिपथ में लेने पर इसने $5\, A$ धारा प्रवाह $15$ घंटे तक दिया। इस प्रयोग समय में बैटरी के सिरों के बीच की वोल्टता का मध्यवर्ती मान $14\, V$ रहा। बैटरी की "वाट-घण्टा" दक्षता ................. $\%$ होगी
एकसमान (uniform) धातु के $L$ लम्बाई के तार को दो विन्यासों (Configurations) में मढ़ा गया है| विन्यास $1$ (त्रिभुज) में यह एक समबाहु त्रिभुज है, जिसके $A$ और $B$ कोनों पर वोल्टेज लगाया जाता है | विन्यास $2$ (वृत्त) में तार वृत्ताकार रूप में है, जिसके ब्यासतः दो विपरीत बिन्दुओ $P$ तथा $Q$ पर वोल्टेज $V$ लगाया जाता है | विन्यास $1$ तथा $2$ में होने वाले शक्ति क्षय (power dissipation) का अनुपात क्या होगा?
जब एक हीटर को $250\,V$ के स्रोत से जोड़ा जाता है, तो यह $2\,A$ की धारा लेता है। ऊर्जा क्षय ............. $W$ दर है
जब $R$ प्रतिरोध के एक तार के परितः विभवान्तर $V$ लगाया जाता है, तो $\mathrm{W}$ दर से शक्तिक्षय होता है। अगर तार को दो अर्ध भागों में काटा जाए और उन अर्ध भागों को परस्पर समान्तर क्रम में लगा कर समान आपूर्ति के पारितः जोड़ा जाता है तो शक्तिक्षय होगा :
एक नगर से विधुत शक्ति को,$150$ किमी दूर स्थित एक अन्य नगर तक, तांबे के तारों द्वारा भेजा जाता है। प्रति किलोमीटर विभव-पात $8$ वोल्ट तथा प्रति किलोमीटर औसत प्रतिरोध $0.5\, \Omega$ है, तो तार में शक्ति क्षय होगा