इस चित्र में दिखाये गये परिपथ में शक्ति के पूर्ण क्षय का मान (वाट में) होगा-
$40$
$54$
$4$
$16$
शक्ति का स्थानान्तरण सुचालक तारों के माध्यम से उच्च वोल्टेज पर किया जाता है क्योंकि
$6$ ओम प्रतिरोध वाला एक विद्युत तापक $ 120$ वोल्ट के लाइन पर $10$ मिनट तक चलाया जाता है। इस समय में उत्पन्न ऊर्जा का मान होगा
यदि किसी प्रतिरोध में प्रवाहित विद्युत धारा में $3 \%$ की वृद्धि होती है तो उस प्रतिरोध में शक्ति क्षय (power loss)
समान द्रव्यमान तथा समान पदार्थ के दो तारों $A$ तथा $B$ की लम्बाईयों का अनुपात $1 : 2$ है। इन्हें समान स्रोत से जोड़ने पर $B$ में व्यय ऊष्मा की दर $5\,W$ है, तो $A$ में व्यय ऊष्मा की दर .............. $W$ होगी
एकसमान (uniform) धातु के $L$ लम्बाई के तार को दो विन्यासों (Configurations) में मढ़ा गया है| विन्यास $1$ (त्रिभुज) में यह एक समबाहु त्रिभुज है, जिसके $A$ और $B$ कोनों पर वोल्टेज लगाया जाता है | विन्यास $2$ (वृत्त) में तार वृत्ताकार रूप में है, जिसके ब्यासतः दो विपरीत बिन्दुओ $P$ तथा $Q$ पर वोल्टेज $V$ लगाया जाता है | विन्यास $1$ तथा $2$ में होने वाले शक्ति क्षय (power dissipation) का अनुपात क्या होगा?