वर्धी प्रजनन का सबसे महत्वपूर्ण मूल्य है
इससे बड़ी संख्या में एकक उत्पन्न होते हैं जो अपने जनक के समान होते हैं
इससे उत्पन्न संतति रोगों तथा कीटों से सुरक्षित रहती है
यह सबसे प्राचीन विधि है
इससे आनुवांशिक विभिन्नता उत्पन्न नहीं हो पाती
एगेमोस्पर्मी में भ्रूणकोष द्विगुणित होता है क्योंकि इसका निर्माण बिना अर्धसूत्री विभाजन के होता है ऐसे भ्रूणकोष का विकास होता है
हिटरोजाइगोसिटी के उच्चस्तरीय होने पर भी परपरागण वाले पौधे के बीज से प्राप्त होने वाली संततियाँ पूर्णत: एक-समान होती है। इस अवधारणा का एक कारण हो सकता है
असंगजनन क्या है और इसका क्या महत्त्व है ?
कई भ्रूणों की उपस्थिति किसका लाक्षणिक गुण है
यदि कोई व्यक्ति वृद्धीकारकों का प्रयोग करते हुए अनिषेकजनन को प्रेरित करता है तो आप प्रेरित अनिषेक जनन के लिए कौन सा फल चुनते और क्यों ?