अभिक्रिया ${H_2} + {I_2} \to 2HI$ के लिये दर स्थिरांक $ 49$ है तब अभिक्रिया $2HI \to {H_2} + {I_2}$ के लिये दर स्थिरांक है
$7$
$1/49$
$49$
$21$
$2 NO ( g )+ Cl _{2}( g ) \rightleftharpoons 2 NOCl ( s )$
इस अभिक्रिया का $-10^{\circ} C$ पर अध्ययन कर निम्न आंकडें प्राप्त हुए
प्रेक्षण | $[ NO ]_{0}$ | $\left[ Cl _{2}\right]_{0}$ | $r _{0}$ |
$1$ | $0.10$ | $0.10$ | $0.18$ |
$2$ | $0.10$ | $0.20$ | $0.35$ |
$3$ | $0.20$ | $0.20$ | $1.40$ |
$[ NO ]_{0}$ तथा $\left[ Cl _{2}\right]_{0}$ आरंभिक सान्द्रतायें हैं तथा $r _{0}$ आरंभिक अभिक्रिया दर है। अभिक्रिया की सम्पूर्ण कोटि है.............। (निकटतम पूर्णांक में)
अभिक्रिया $2S{O_2} + {O_2} \to 2S{O_3}$ में $S{O_2}$ के विलुप्ती का वेग $1.28 \times {10^{ - 3}}$ ग्राम $/$ सेकण्ड हो, तो $S{O_3}$ के बनने की दर है
सूची-$I$ में $X$ विघटन के वेग व्यंजकों को सूची-$II$ में दिये गये तत्समान प्रोफाईल से मिलायें। $X _{ s }$ और $k$ उचित मात्रक के साथ नियतांक है।
एक अभिक्रिया जिसमें दो विभिन्न अभिकारक अंतर्निहित हैं
दो प्रतिदर्शो की अर्द्ध-आयु $ 0.1$ एवं $0.4$ सेकण्ड है। उनकी सापेक्षिक सान्द्रता क्रमश: $ 200$ एवं $50$ है। अभिक्रिया की कोटि क्या है।