शुद्ध लंबे पौधे का क्रॉस शुद्ध बौने पौधे से कराने पर $F_1$ पीढ़ी में सभी पौधे लंबे होंगे। इन $F_1$ पीढ़ी के लंबे पौधों में स्वपरागण कराने पर लंबे बौने पौधों का अनुपात $3 : 1$ प्राप्त होता है यह कहलाता है
प्रभाविता
वंषानुगति
सहप्रभाविता
आनुवांषिकता
विपरीत लक्षणों का जोड़ा कहलाता है
दो जीव बाह्य रूप में समान हों परन्तु उनकी जीनी संरचना भिन्न हो तो उसे कहते हैं
एक लंबे व एक बौने पौधे के संकरण से प्राप्त संतान यदि आधी लंबी व आधी बौनी है तो संतान का जीनोटाइप होगा
एकसंकर संकरण में $120$ पौधे प्राप्त होते हैं, समयुग्मजी तथा विषमयुग्मजी का अनुपात होगा
एक समयुग्मज अप्रभावी एवं विषमयुग्मज पौधों के बीच संकरण कहलाता है