सोलेनम पुष्प के कार्पल त्रियक रूप में स्थित होते हैं क्योंकि
संतुलित जड़ें किसमें पायी जाती हैं
रनर (उपरिभुस्तारी) होता है
कक्षीय कलिका के पाश्र्व में उत्पन्न होनी वाली पाश्र्विक कलिका (लेटरल कलिका) कहलाती है
किसकी जड़ में मूलटोप नहीं पाया जाता है