कषेरूकी तथा अकषेरूकी, दोनों में आँत का निर्माण होता है
फेरेन्जियल पाऊच से
एक्टोडर्म से
एन्डोडर्म से
मीजोडर्म से
टीलियोस्ट, रेप्टाइल तथा पक्षियों मे विदलन पद्धति है
गेस्ट्रुला अवस्था के अण्डे़ से यदि आप एण्डोडर्म बनाने वाली सभी कोषिकाओं को निकाल दें तो नये जीव में कमी हो जायेगी
प्रजनन को प्रभावषाली बनाने के लिये कौनसी संरचना होती है
भ्रूणविज्ञानी निम्न में से कौन-सी भ्रूण अवस्था में भविष्य के अंगों के विकास को ज्ञात कर सकते हैं
जब विदलन खाँच एनीमल पोल से वेजीटल पोल की ओर बढ़ती है एवं अण्डे को दो समान ब्लास्टोमियर में विभाजित नहीं करती तब विदलन तल कहलाता है