एक पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा का क्रम निम्नानुसार होगा :
प्राथमिक उपभोक्ता — तृतीयक उपभोक्ता — द्रितीयक उपभोक्ता — अपघटक — उत्पादक
उत्पादक — प्राथमिक उपभोक्ता — द्रितीयक उपभोक्ता — तृतीयक उपभोक्ता — अपघटक
उत्पादक — अपघटक — प्राथमिक उपभोक्ता — तृतीयक उपभोक्ता — द्रितीयक उपभोक्ता
उत्पादक — प्राथमिक उपभोक्ता — तृतीयक उपभोक्ता — द्रितीयक उपभोक्ता — अपघटक
शाकाहारी कहलाते हैं
एक पोषक स्तर से दूसरे स्तर में ऊर्जा का स्थानान्तरण ऊष्मागतिकी के द्विर्तीय नियम द्वारा संचालित होता है। शाकाहारियों से मॉंसाहारियों में ऊर्जा स्थानान्तरण की औसत दक्षता है
निम्न में से किसका प्रवाह एक दिशीय है चक्रिक नहीं
पारिस्थितिकी तंत्र में ऊर्जा किसके द्वारा प्रवेश करती है
एक पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा प्रवाह का सही क्रम क्या है