गुबरनेकुलम कॉर्डिस संकुचनशील संरचना है जो कि
स्क्रोटम में वृषणों के आने के लिये उतरदायी होती है
उदर व वृषण गुहा के बीच वृषणों के प्रवर्जन के लिये उतरदायी होती है
वृषणों से स्पर्मेटोजोआ के निकलने में सहायता करती है
वृषणों को स्थिर बनाये रखती है
स्पर्म का एक्रोसोम निर्मित होता है
स्पर्मेटिक कोर्ड के संकुचन से वृषण, वृषण कोष से उदरगुहा में नहीं आते हैं ऐसा निम्न में से कौनसी संरचना के कारण होता है
सीमेन का स्खलन
गोनड्स किस भ्रूणीय स्तर से विकसित होते हैं
वे प्राणी जिनमें भ्रूण का पूर्ण परिवर्धन माता के शरीर के भीतर प्लेसेन्टा द्वारा होता है, कहलाते हैं