आलू में उपस्थित आँखें होती हैं
अग्रस्थ कलिका
कक्षीय कलिका
अतिरिक्त कलिका
अपस्थानिक कलिका
पर्ण (पत्ती) कक्ष के अलावा किसी अन्य स्थान से उत्पन्न होने वाली कलिका कहलाती है