लेसर किरणों में जनन-कोशिका को मार देने के बाद भी पुष्पी पादप का परागकण अंकुरण करके परागनली को बनाता है इसका कारण है कि
लेसर किरणों से पराग अंकुरण और परागनलिका वृद्धि प्रेरित होती है
लेसर किरणें उस भाग को नष्ट नहीं करती जहाँ से परागनलिका बनती है
मृत-जनन कोशिका के पदार्थ अंकुरण और परागनलिका वृद्धि कराते हैं
कायिक कोशिका नष्ट नहीं हुई थी
यूबिश्च बॉडी उपस्थित होती है
टेपीटल कोशिका में पाई जाने वाली ‘यूबिश बॉडी’ किसके निर्माण में सहायता करती है