पर्यावरणीय प्रतिरोध के अन्तर्गत कौनसे कारक आते हैं
भोजन की कमी
बीमारियाँ तथा शिकार
सीमित अवकाश
उपरोक्त सभी
प्रत्येक जनसंख्या की वृद्धि एवं विकास के लिये दो विपरीत बल कार्य करते हैं इनमें से एक दी गयी दर पर प्रजनन की क्षमता से सम्बंधित है तथा इसका विरोधी बल कहलाता है
पर्यावरण की वह क्षमता जिसमें कोई जाति अधिकतम पोषण प्राप्त कर सकती है, कहलाती है
जनसंख्या की ‘‘शून्य वृद्धि’’ का अर्थ है
दि भारत में विवाह की आयु $21$ वर्ष कर दी जाए तो