लैक-ऑपेरॉन की उत्परिवर्तित $Z$- जीन युक्त ई.कोलाई कोशिकाएँ, उस माध्यम पर नहीं उग पाती जिसमें केवल लैक्टोज का ऊर्जा स्त्रोत के रूप में प्रयोग किया जाता है, क्योंकि
ग्लूकोज की उपस्थिति में ई.कोलाई कोशिकाएँ लैक्टोज का उपयोग नहीं करती हैं
ये लैक्टोज के माध्यम से कोशिका तक परिवहन नहीं कर सकती
इन कोशिकाओं में लैक-ओपेरॉन कॉन्सटीट्यूटिवली सक्रिय होता है
ये सक्रिय गेलेक्टोसाइडेज का संश्लेषण नहीं कर सकते
किसी जीव में वृद्धि और विभेदन जीनों के
वे प्रक्रियायें जिनमें $DNA$ के द्वारा $mRNA$ एवं $mRNA$ के द्वारा प्रोटीन का निर्माण होता है, क्रमश: कहलाती हैं
संरचनात्मक जीन्स की क्रिया किसके द्वारा नियंत्रित होती है
जैकब एवं मोनाड ने ई. कोलाई बैक्टीरिया में लैक्टोज के उपापचय का अध्ययन कर ओपेरॉन संकल्पना दी, जो किन जीवों पर लागू होती है