नवाश्चीन ने द्विनिषेचन सर्वप्रथम $(1898)$ में खोजा था
लिलियम तथा फ्रिटिलेरिया में
आम और गन्ना में
पपीता एवं मटर में
ब्रैसिका (सरसों) एवं कैडीटफ्ट में
अवरोध के कारण पुष्प के परागकण पुष्प के स्टिग्मा तक स्थानांतरित नहीं होते, इसे कहते हैं अथवा एन्ड्रोशियम और गायनोशियम के बीच प्राकृतिक अवरोधन होने से स्वपरागण नहीं होता, इसे कहते हैं
निम्न में से कौनसा लक्षण परपरागण के लिये उत्तरदायी होता है
यदि स्पोरेन्जियम का विकास एक कोशिका से होता है तब वह कहलाती है
कीटों द्वारा परागण कहलाता है
निम्न चित्र एक निषेचित ओव्यूल तथा कार्पल को दर्शा रहा है उपरोक्त चित्र में से कौनसी संख्या निम्न बनायेगी
$(i)$ भविष्य में भ्रूण
$(ii)$ भविष्य में टेस्टा
$(iii)$भविष्य में बीज का माइक्रोपाइल
$(i) (ii) (iii)$