द्विनिषेचन क्रिया का अर्थ है
एक नर युग्मक का केन्द्रक, अण्ड केन्द्रक के साथ संलयन करता है तथा दूसरे नर युग्मक का केन्द्रक, द्वितीयक केन्द्रक से संलयन करता है
नर युग्मक और द्वितीयक केन्द्रक में संलयन
दो पोलर केन्द्रकों का एक-दूसरे से संलयन
नर युग्मक के केन्द्रक का अण्ड के केन्द्रक के साथ संलयन
पराग नलिका साधारणतया भ्रूणकोष में प्रवेश करती है
द्विनिषेचन से निर्मित होता है
द्विनिषेचन में भाग लेने वाले केन्द्रकों की संख्या है