अनिषेचित अण्ड से बीज का विकास कहलाता है
विविपेरी
पार्थीनोकार्पी
एपोगैमी
एपोस्पोरी
केरन्कल निम्न में से किस रचना की अतिवृद्धि है
शाखान्वित प्रकार की पराग नलिका निम्न में से किसमें बनती है
नीचे दिया चित्र एक एन्जियोस्पर्मिक ओव्यूल की लम्बवत् काट का है इसमें से किस संरचना के साथ एक पोलेन ट्यूब संलयन करती है
नाभिकीय बहुभ्रूणता पायी जाती है