पारिस्थितिकी पिरैमिड को परिभाषित करें तथा जैवमात्रा या जैवभार तथा संख्या के पिरैमिडों की उदाहरण सहित व्याख्या करें।
किस पारिस्थितिक तन्त्र में जैव भार का सीधा पिरामिड उल्टा हो जाता है
निम्नलिखित में अंतर स्पष्ट करें -
(क) उर्ध्ववर्ती ( शिखरांश ) व अधोवर्ती पिरैमिड
(ख) खादय शृंखला तथा खाद्य जाल (बेब)
जब जीवधारियों की संख्या को बढ़ते स्तर के साथ रेखांकित करते हैं तो यह पिरामिड का आकार बनता है। यह पिरामिड कहलाता है
उल्टा पिरामिड पाया जाता है
निम्नलिखित आँकड़ों से किस प्रकार का पारिस्थितिकीय पिरैमिड प्राप्त किया जाएगा ?
द्वितीयक उपभोक्ता : $120 g$
प्राथमिक उपभोक्ता : $60 g$
प्राथमिक उत्पादक : $10 g$