डार्विन की ‘‘पेनजिनेसिस वाद’’ के अनुसार एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में कारकों का आदान-प्रदान शरीर की प्रत्येक कोशिका के द्वारा उत्पé पदार्थ होता है
केन्द्रक
जर्म
जेम्मूल
$DNA$ अणु
मानव का विकास सम्भव है क्योंकि हमारे पूर्वजों में निम्न में कौनसा लक्षण था
जातियों का अनुकूलन है इनका
कोड के उपयोग द्वारा निम्न मेल करो
$A.$ बसन्तीकरण - $1.$ कैमेरेरियस
$B.$ द्वि निषेचन - $2.$ हॉफमिस्टर
$C.$ परागण - $3. $ लिसेन्को
$D.$ पीढ़ियों का एकान्तरण - $4.$ नवाश्चिन
‘‘व्यक्तिवृत्ति (ऑन्टोजेनी) जातिवृत्ति को दोहराती है’’ की संक्षिप्त परिभाषा है