क्यूरी एक इकाई है
$\gamma - $किरणों की ऊर्जा की
अर्द्ध-आयु की
रेडियोसक्रियता की
$\gamma - $किरणों की तीव्रता की
एक नमूने में प्रारम्भ में युरेनियम का केवल $U-238$ समस्थानिक (isotope) है। समय के साथ कुछ $U-238$ के नाभिकीय क्षय के फलस्वरूप $Pb -206$ बनता है और $U-238$ की कुछ मात्रा अविघटित रह जाती है। नमूने की आयु $P \times 10^8$ वर्ष होने पर, उसमें $Pb -206$ और $U -238$ के भार का अनुपात 7 पाया गया। $P$ का मान ........... है।
[दिया है: $U-238$ की अर्ध आयु $4.5 \times 10^9$ वर्ष है; $\log _e 2=0.693$ ]
एक तुंरत तैयार किया हुआ रेडियों आइसोटोप प्रतिदर्श, जिसकी अर्द्ध-आयु $1386 s$ है, की सक्रियता $10^3$ विघटन प्रति सैकण्ड है। यदि $\ln 2=0.693$ है, तब प्रथम $80 s$ में विघटित नाभिकों व प्रारंभिक की संख्याओं का अनुपात (प्रतिशत निकटम पूर्णांक में) है।
$B{i^{210}}$ की अर्द्ध-आयु $5$ दिन है। यदि हम इस समस्थानिक के $50,000$ परमाणुओं से प्रारम्भ करें तो $10$ दिन पश्चात् शेष परमाणुओं की संख्या होगी
प्रारम्भ में $_A{X}$ के शुद्ध $M$ ग्राम नमूने पर विचार करें, यह एक समस्थनिक है, जिसकी अर्द्धआयु $T$ है। इसकी प्रारम्भिक विघटन दर क्या है ($N_A$= एवोगेड्रो संख्या)
एक रेडियोएक्टिव प्रादर्श की सक्रियता $280$ दिन के बाद $6000 \,dps$ है जो $140$ दिन के बाद घटकर $3000\, dps$ हो जाती है तो नमूने की प्रारम्भिक सक्रियता ($dps$ में) होगी