समान परिमाण तथा विपरीत प्रकृति के दो आवेश किसी निश्चित दूरी पर रखे हैं। इनके कारण उदासीन बिन्दु

  • A

    अस्तित्व में नहीं होगा

  • B

    इन दोनों के मध्य में होगा

  • C

    दोनों आवेशों को मिलाने वाली रेखा के लम्बअर्धक पर होगा

  • D

    ऋणावेश के पास होगा

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$10 \,cm$ भुजा वाले समबाहु त्रिभुज $ABC$ के शीर्षों पर क्रमश:  $1\,\mu C, - 1\,\mu C$ तथा $2\,\mu C$ आवेश वायु में रखे गये हैं। शीर्ष $C$ पर स्थित आवेश पर परिणामी बल......$N$ होगा

निर्वात् की विद्युतशीलता का मान होता है

चार आवेश $Q_1, Q_2, Q_3$, तथा $Q_4$, जिनका मान समान है, $x$ अक्ष के अनुदिश क्रमशः $x=-2 a,-a,+a$ तथा $+2 a$ पर रखे हैं। एक अन्य धनावेश $q,+y$ अक्ष पर $b > 0$ दूरी पर रखा है। आवेशों के चिहृन (sign) के चार विकल्प सूची-$I$ में दिए है। आवेश $q$ पर लगने वाले बलों की दिशा सूची-$II$ में दी गई है। सूची-$I$ को सूची-$II$ से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिये गए कोड का प्रयोग करके सही विकल्प चुनिए :

सूची-$I$ सूची-$II$
$P.$ $\quad Q _1, Q _2, Q _3, Q _4$, सभी धनावेश है। $1.\quad$ $+ x$
$Q.$ $\quad Q _1, Q _2$ धनावेश है $Q _3, Q _4$ ॠणावेश है। $2.\quad$ $-x$
$R.$ $\quad Q _1, Q _4$ धनावेश है $Q _2, Q _3$ ॠणावेश है। $3.\quad$ $+ y$
$S.$ $\quad Q _1, Q _3$ धनावेश है $Q _2, Q _4$ ॠणावेश है। $4.\quad$ $-y$

  • [IIT 2014]

एक सरल लोलक के धात्विक गोलक पर ऋणावेश है तथा लोलक का आवर्तकाल $T$ है। यदि इसे धनावेशित धात्विक प्लेट के ऊपर दोलित किया जाये तो इसका आवर्तकाल होगा

दो आवेश वायु में एक-दूसरे से $d$ दूरी पर रखे हैं इनके बीच लगने वाला बल $F$ है। यदि इन्हें $2$ परावैद्युतांक वाले द्रव में डुबो दिया जाये (सभी स्थितियाँ समान रहें), तो अब इनके मध्य लगने वाला बल होगा

  • [AIIMS 2016]