बीजाण्ड के आधार से निकलने वाली कॉलर के समान रचना जो तीसरे कवच के रूप में होती है, कहलाती है
कोमा
केरन्कल
एरिल
ऑपरकुलम
रूई के फोहे समान ऊतक जो माइक्रोपाइल के मुख पर पाया जाता है और पराग नलिका को निर्दिष्ट स्थान की ओर दिशा प्रदान करता है, को कहते हैं
नाभिकीय बहुभ्रूणता पायी जाती है
क्रेसीन्यूसिलेट बीजाण्ड प्रदर्शित करता है
जीनिया तथा मेटाजीनिया शब्द संबंधित है
निम्न में से कौनसा लक्षण परपरागण के लिये उत्तरदायी होता है