प्रथम अर्धसूत्री विभाजन के अन्त में नर जननिक कोषिकाएँ किसमें भिन्नित होती हैं
शुक्राणुजन (स्पर्मेटोगोनियम)
प्राथमिक (स्पर्मेटोसाइट)
द्वितीयक (स्पर्मेटोसाइट)
पूर्व-शुक्राणु (स्पर्मेटिड)
निम्न में से कौन से कथन शुक्रजनन के लिए सही है लेकिन अंडजनन के लिए सही नहीं हैं ?
$(a)$ इसके फलस्वरूप अगुणित युग्मक बनते हैं
$(b)$ युग्मक का विभेदन अर्धसूत्री विभाजन समाप्त होने के पश्चात होता है
$(c)$ समसूत्री विभाजित मूल कोशिका की समष्टि में अर्धसूत्री विभाजन लगातार आरंभ होता रहता है।
$(d)$ यह अग्र पीयूष द्वारा स्रावित ल्यूटीनाइजिंग हार्मोन (LH) एवं पुटिका प्रेरक हार्मोन द्वारा नियमित होता है।
$(e)$ यह यौवनारंभ में प्रारंभ होता है।
निम्न विकल्पों में से सबसे उचित उत्तर का चयन करो :
अंडाशय वेफ अनुप्रस्थ काट (ट्रांसवर्स सेक्शन) का एक नामांकित आरेख बनाएँ।
शुक्राणुजनन एवं वीर्यसेचन (स्परमियेशन) की परिभाषा लिखें।
मानव शुक्राणु के मध्य भाग के मध्य-बिन्दु पर ली गयी अनुप्रस्थ काट पर क्या दिखायी देगा
शुक्राणुजनन एवं शुक्राणुयन (स्पर्मिएशन) में क्या अन्तर है ?