कार्बनिक विकास की व्याख्या करने वाला म्यूटेशन सिद्धान्त ह्यूगो डी व्रीज ने प्रस्तुत किया। इसके लिये उन्होंने किस पर कार्य किया
कौन सा एक अवशेषी अंग नहीं है
जीवाश्म के काल का निर्धारण पहले सामान्यत: रेडियोएक्टिव कार्बन पद्धति एवं अन्य पद्धतियों जैसे चट्टान में उपस्थित रेडियोएक्टिव तत्व के द्वारा किया जाता था, अधिक महत्वपूर्ण पद्धति जो आजकल उपयोग की जा रही है एवं जीवों के विभिé समूह के विकासीय काल को दोहराती है सम्बंधित है