धातु का बना एक ठोस गोला एक समांगी (Uniform) विद्युत क्षेत्र में रखा हुआ है। चित्र में दिखाई गई रेखाओं में से सही बल रेखा है
$1$
$2$
$3$
$4$
मुक्त आकाश में $z$-अक्ष के अनुदिश स्थित $8 \,nC / m$ के एकसमान रेखीय आवेश के प्रभाग में बिन्दु $x =3\, m$ पर पष्ठीय आवेश घनत्व ज्ञात कीजिए।
निम्न चित्र में गॉसियन सतह $A$ द्वारा घेरे गये आवेशों के कारण इससे निर्गत फ्लक्स होगा (दिया है $q_1$ = $-14 \,nC$, $q_2$ = $78.85 \,nC$, $q_3$ = $-56 \,nC$)
चित्रानुसार, एक वृत्तीय तार (wire) परिनालिका को घेराबंद करता है परिनालिका में चुम्बकीय फ्लक्स एक नियत दर से इस पृष्ठ के तल से बाहर की ओर बढ़ रहा है. वृत्ताकार तार के परितः दक्षिणावर्त विद्युत वाहक बल $\varepsilon_0$ है. परिभाषा के अनुसार, वोल्टामीटर, दिए गए दो बिन्दुओं के मध्य वोल्टता के अंतर को निम्न समीकरण $V _{ b }- V _{ s }=\int_a^b \bar{E} \cdot d \bar{s}$ के अनुसार मापता है. मान लीजिये कि $a$ और $b$ एक-दूसरे के अत्यणु निकट हैं. तो पथ 1 के अनुरूप $V _{ b }- V _{ a }$ और पथ 2 के अनुरूप $V _{ a }- V _{ b }$ के मान क्रमशः क्या हैं?
धातु का एक अनावेशित गोला दो आवेशित प्लेटों के बीच चित्र के अनुसार रखा गया है वैद्युत बल रेखाओं की प्रकृति किस प्रकार की होगी
चित्र में दर्शाया हुआ काला आकार बंद पृष्ठ (closed surfaces) हैं | विद्युत क्षेत्र रेखायें लाल रंग से दर्शायी गयी हैं | निम्न में से किस पृष्ठ से गुजरने वाले विद्युत का कुल अभिवाह (net flux) का मान शून्य नहीं है