एक चुम्बक को चुम्बकीय यामोत्तर (मेरीडियन) से $45^{\circ}$ का कोण बनाते हुए लटकाया गया है, जो कि क्षैतिज से $60^{\circ}$ का कोण बनाती है। नमन कोण का वास्तविक मान है
$\tan ^{-1}\left(\sqrt{\frac{3}{2}}\right)$
$\tan ^{-1}(\sqrt{6})$
$\tan ^{-1}\left(\sqrt{\frac{2}{3}}\right)$
$\tan ^{-1}\left(\sqrt{\frac{1}{2}}\right)$
किसी स्थान के चुंबकीय याम्योत्तर में पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का क्षैतिज अवयव $0.26\, G$ है एवं नमन कोण $60^{\circ}$ है। इस स्थान पर पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र क्या है?
एक दिकसूचक की सुई पृथ्वी के चुम्बकीय ध्रुव पर कौनसी दिशा व्यक्त करेगी
किसी स्थान पर भू-चुम्बकीय क्षैतिज घटक का ऊध्र्वाधर घटक से $\sqrt 3 $ गुना है, तो उस स्थान पर नमन कोण.......$^o$ होगा
किसी छोटे से दंड चुम्बक को पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के चुम्बकीय याम्योत्तर में इस प्रकार रखा गया है कि उसका उत्तर ध्रुव, उत्तर की ओर है। इसके कारण चुम्बक के मध्यबिन्दु से पूर्व-पश्चिम दिशा में खींची गई सरल रेखा पर, उदासीन बिन्दु प्राप्त होते हैं, जिनकी चुम्बक से दूरी $30\; cm$ है। तो, चुम्बक का चुम्बकीय आघूर्ण $\left( Am ^{2}\right.$ में होगा लगभग :
(दिया है, $\frac{\mu_{0}}{4 \pi}=10^{-7} SI$ मात्रक में तथा $B _{ H }=$ पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक $=3.6 \times 10^{-5}\;Tesla$.)
चुम्बकीय मानचित्र पर आइसोगोनिक रेखाओं पर होता है