एक अण्डोद्भेदित मुर्गी का अण्डा प्लास्टर ऑफ पेरिस से ढका है, यह हानिकारक होता है
माता के लिये
श्वसन के लिये
उत्सर्जन के लिये
किसी के लिये नहीं
निषेचन के समय अण्डाणुओं में शुक्राणु के प्रवेश का बिन्दु परिवर्धन $(Development)$ के अन्तर्गत
मनुष्य में भू्रणीय झिल्ली की संख्या होती है
शषक के वृषणों से निकलने वाली वाहिनियाँ कहलाती हैं
अण्डोत्सर्ग के पश्चात् गे्रफियन पुट्टिका एक अन्त: स्रावी अंग कहलाती है, वह है
स्पर्म के एक्रोसोम में पाया जाता है