ऐसा संकरण जिसमें दो भिन्न वंष भाग लेते हैं, कहलाता है
एक संकरण
अंतरजातीय संकरण
अंतरवंषीय संकरण
उपरोक्त में से कोई नहीं
क्याज्मेटा सर्वप्रथम दिखाई देते हैं
द्विसंकर क्रॉस की मात्रात्मक वंषागति में प्राप्त होने वाला फीनोटिपिक अनुपात होता है
विकास की दृष्टि से सफल उत्परिवर्तन निम्न में से कौनसा होना चाहिये
दो पौधों के क्रॉस के पश्चात् संततियों में वन्ध्य नर प्राप्त होते हैं। यह मातृत्मक रूप से वंषानुगत् अवधारणा है एवं यह कुछ जीन्स के निम्न में स्थित होने के कारण होता है
एलील्स जो स्वतन्त्र प्रभाव प्रदर्षित करते हैं, कहलाते हैं