$1\, C$ आवेश का एक कण $0.5$ टेसला के चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् $10$ मीटर/सैकण्ड के वेग से गतिमान है। कण पर कार्यरत् बल......$N$ है
$5$
$10 $
$0.5$
$0$
यदि कैथोड किरणों को किसी चुम्बकीय क्षेत्र की लम्बवत् दिशा में प्रक्षेपित किया जाये तब उनका प्रक्षेप्य पथ है
एक इलेक्ट्रॉन एक चुम्बकीय क्षेत्र में प्रवेश करता है। यदि इलेक्ट्रॉन के वेग की दिशा चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा में हो, तो
चित्र में $'l'$ लंबाई का एक क्षेत्र दिखाया गया है जिसमें $0.3 \,T$ का एक एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र है। इस क्षेत्र में एक प्रोटॉन $4 \times 10^{5}$ $ms ^{-1}$ गति से चुम्बकीय क्षेत्र से $60^{\circ}$ कोण बनाते हुए प्रवेश करता है। (यदि इस क्षेत्र को पार करने तक प्रोटॉन $10$ परिक्रमण पूरे करता है, तो $'l'$ का मान निम्न में से किसके निकट है ?
(प्रोटॉन का द्रव्यमान $=1.67 \times 10^{-27} \,kg$
प्रोटॉन पर आवेश $=1.6 \times 10^{-19} \,C$ )
एक प्रोटॉन और $\alpha$-कण, जिनकी गतिज ऊर्जाएँ क्रमशः $K _{ p }$ और $K _{\alpha}$ हैं, किसी चुम्बकीय क्षेत्र में लम्बवत् प्रवेश करते हैं।
यदि प्रोटॉन और $\alpha$-कण के प्रक्षेप पथों की त्रिज्याओं का अनुपात $2: 1$ है, तो $K _{ p }: K _{\alpha}$ के अनुपात का मान होगा।
चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता $B$ की विमा है