$10\,\Omega $ के एक केबिल तार को एक जनित्र के साथ जोड़ा गया है जो $10000$ वोल्ट पर $250$ किलोवाट की शक्ति उत्पन्न कर रहा है। केबिल तार में ऊर्जा के स्थानान्तरण के कारण शक्ति में क्षय ............ किलोवॉट होगा
$12.5$
$6.25$
$25$
$3.15$
एक कुण्डली के सिरों के बीच $20$ वोल्ट लगाया गया है, उसमें ऊष्मा $800$ कैलोरी/सैकण्ड उत्पé होती है, तो कुण्डली के अवरोध का मान ................. $\Omega$ होगा ($1$ कैलोरी = $4.2$ जूल)
एक बर्तन के पानी को $20\,^oC$ से $60\,^oC$ तक एक तापक कुंडली द्वारा गरम करने में $30$ मिनट लगते हैं। ऐसी ही दो तापक कुंडलियों को श्रेणीक्रम में रख कर उतने ही पानी को उतने ही ताप तक गरम किया जाता है। (कुंडलियों की ऊष्माधारिता नगण्य मानते हुये) अब इसके लिये समय .................. मिनट होगा
जब एक प्रतिरोधक से $4$ एम्पियर की धारा प्रवाहित की जाती है, तो $192\, J$ ऊर्जा एक सेकन्ड में क्षय होती है। यदि अब धारा को दो गुना कर दिया जाय तो $5$ सेकन्ड में क्षय उष्मीय ऊर्जा $.....\,J$ होती है।
$36\, \Omega$ के एक समान उष्मीय तार को $240\, V$ विभवान्तर के सिरे से जोड़ दिया जाता है। तार को आधा काट दिया जाता है तथा प्रत्येक आधे भाग पर $240\, V$ विभवान्तर लगाया जाता है। पहली दशा तथा दूसरी दशा में कुल शक्ति क्षय का अनुपात $1 : x$ होता है जहाँ $x\,=\,.....$ है।