$d-$ टार्टरिक अम्ल और $l-$ टार्टरिक अम्ल हैं
प्रतिबिम्ब समावयवी
चलावयवी
डाईस्टीरियो समावयवी
संरचनात्मक समावयवी
कौन प्रकाशिक समावयवता प्रदर्शित करता है
$P$ और $Q$ एक डाइकार्बोक्सिलिक अम्ल $C _4 H _4 O _4$ के दो समावयवी हैं। दोनों $Br _2 / H _2 O$ को रंगहीन करते हैं। गर्म करने पर $P$ चक्रीय एनहाइड्राइड बनाता है।
तनु क्षारीय $KMnO _4$ द्वारा $P$ और $Q$ अलग-अलग अभिक्रिया कर एक अथवा एक से अधिक यौगिक $S , T$ अथवा $U$ बना सकते हैं।
$1.$ $P$ तथा $Q$ द्वारा बने यौगिक क्रमशः है
$(A)$ ध्रुवण घूर्णक $S$ एवं ध्रुवण घूर्णक युग्म ( $T, U$ )
$(B)$ ध्रुवण निष्क्रिय $S$ एवं ध्रुवण निष्क्रिय युग्म ( $T , U$ )
$(C)$ ध्रुवण घूर्णक युग्म $( T , U )$ एवं ध्रुवण घूर्णक $S$
$(D)$ ध्रुवण निष्क्रिय युग्म $(T, U)$ एवं ध्रुवण निष्क्रिय $S$
$2.$ निम्नलिखित अभिक्रिया अनुक्रमों में, $V$ और $W$ क्रमशः हैं :
mcq $Image$
इस प्रश्न के उतर दीजिये $1$ ओर $2.$
जब समावयवी के संरचना सूत्र समान होते हैंं परंतु उनमें परमाणुओं या समूहों की आपेक्षिक व्यवस्था भिन्न होती है, वे कहलाते हैंं
वह गुण जिसके द्वारा कोई यौगिक समतल ध्रुवित प्रकाश को परिवर्तित कर सकता है, कहलायेगा